नई दिल्ली. गुजरात के राजकोट में टीआरपी गेमिंग जोन (TRP Gaming zone Fire) में हुए अग्निकांड में 28 लोगों की मौत हो गई है. इस दर्दनाक हादसे में मरने वालों में कई बच्चे भी शामिल हैं. इस अग्निकांड के बाद गेमिंग जोन चर्चा में है. पिछले कुछ वर्षों में बच्चों और युवाओं की इसमें दिलचस्पी खूब बढी है. ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि आखिर गेमिंग जोन में ऐसा होता क्या है, जो युवा और बच्चे वहां खींचे चले जाते हैं. यहां जाकर मौज-मस्ती करने का कितना खर्च होता है?
दरअसल, गेमिंग जोन (Game Zone) में एक ही छत के नीचे कई तरह के एंटरटेनमेंट ऑप्शन मिलते हैं. साथ ही इनमें खाने-पीने और नाचने-कूदने की व्यवस्था भी होती है. इन जोन में कई तरह की महंगी गेमिंग मशीनें होती हैं, जिन्हें खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं होती. बच्चे इन मशीनों पर वीडियो गेम खेलकर खूब खुश होते हैं. अगर हम आगजनी का शिकार हुए टीआरपी गेमिंग जोन की ही बात करें, यह 20 तरह के गेम खेलने की सुविधा प्रदान कर रहा था.
खेल सकते हैं ये गेम
गेम जोन, गेमिंग का एक किफायती ऑप्शन है क्योंकि गेम खेलने के लिए यहां महंगे और आधुनिक गेमिंग टूल्स लगे होते हैं. बच्चों और बड़ों के लिए गेम जोन में प्लेस्टेशन, एक्सबॉक्स और निन्टेंडो स्विच जैसे कंसोल, आर्केड मशीन जिसमें सिक्के डालकर फाइटिंग या रेसिंग गेम खेल सकते हैं. इसके अलावा गेम जोन में पावरफुल कंप्यूटर-लैपटॉप (पीसी) भी होते हैं जो हाई-ग्राफिक्स वाले गेम खेलने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं.
इसके अलावा गेम जोन में बच्चों के लिए बंपिंग कार, बाइक रेसिंग सिमुलेटर्स आदि भी होते हैं. गेम जोन में कई इनडोर गेम खेलने की सुविधा भी मिलती है. टीआरपी गेम जोन में बॉलिंग, ट्रंपोलीन जम्प, गो-कार्ट, आर्चरी और शूटिंग जैसे जैसे स्पोर्ट्स खेलने का मिलता था. कुछ गेम जोन तो इनडोर रॉलर कॉस्टर्स भी उपलबध कराते हैं.
हम कह सकते हैं कि गेम जोन एंटरटेनमेंट का बड़ा पैकेज है, जहां ऑप्शंस की भरमार होती है. संक्षेप में कहें तो गेम जोन, एंटरटेनमेंट का एक नया ठिकाना है. ये ऐसी जगह है जिसे लोग अब बच्चों, दोस्तों और परिवार के साथ मौज-मस्ती करने को खूब तव्वजो दे रहे हैं. अब तो गेम जोन संचालक मौज-मस्ती के लिए डीजे जैसी म्यूजिकल सुविधाएं भी देने लगे हैं.
कितना खर्च होता है पैसा
गेम जोन बहुत ज्यादा सस्ते हैं, ऐसा भी नहीं है. यहां उपलब्ध सुविधा का लुत्फ उठाने के लिए अच्छा-खासा पैसा देना पड़ता है. उदाहरण के लिए गो-कार्ट के पांच चक्कर लगाने के लिए गेम जोन 200 से 350 रुपये तक वसूलते हैं. इसी तरह बॉलिंग के लिए 150 से 350 रुपये देने प सकते हैं. पेंट बॉल के लिए 200 से 320 रुपये तक लिए जाते हैं. शूटिंग और तीरंदाजी के लिए 100 रुपये से रेट शुरू होता है. वीडियो गेम खेलने पर गेमिंग टूल्स, गेम के प्रकार और टाइम के अनुसार पैसा लगता है. कुछ गेम एंट्री फीस लेकर सभी गेम ट्राई करने का भी ऑफर देते हैं. इसके अलावा वीकएंड और खास मौकों पर डिस्काउंट और कुछ लुभावने ऑफर भी देते हैं.
स्रोत: news18