शिमला. आंखों की रोशनी बढ़ाने और चश्मे का नंबर कम करने को लेकर कई प्रकार के मिथ्या हैं. ऐसा कहा जाता है कि नंगे पैर हरी घास पर चलने से आंखों की रोशनी बढ़ती है, लेकिन यह सत्य नहीं है. वैज्ञानिक तौर पर इस बात के कहीं पर भी तथ्य नहीं है. इसके अलावा कई लोग दावा करते है कि चश्में के नंबर को घटाया जा सकता है, इस बात में भी सचाई नहीं है. हालांकि, यदि छोटी उम्र में ही चश्मा लग जाए तो बालिग होते होते बच्चे की आंखों का नंबर जरूर घट सकता है.
लोकल 18 से बातचीत में आईजीएमसी(IGMC) में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर कार्यरत डॉ. प्रवीन पंवर ने बताया कि आंखों की रोशनी बढ़ाने को लेकर कई प्रकार के मिथ्या हैं. ऐसी बातों के वैज्ञानिक तौर पर साक्ष्य नहीं है. इसके अलावा चश्मे के नंबर को घटाने के दावे भी झूठे होते हैं.
छोटी उम्र में लगे चश्मा तो घटता है नंबर
कई बच्चों को छोटी उम्र में चश्मा लग जाता है. बच्चे की उम्र बढ़ने के साथ उसकी शारीरिक ग्रोथ होती है, जिससे उसकी आईबॉल का साइज भी बढ़ता है. इस कारण बच्चे की आंख पर लगे चश्मे का नंबर भी कम हो सकता है. यह एकमात्र ऐसी स्थिति है, जिसमें चश्मे का नंबर घट सकता है. इसके अलावा किसी भी स्थिति में आंखों पर लगे चश्मे के नंबर को नहीं घटाया जा सकता. यदि कोई नंबर घटाने का दावा करता है तो वह सरासर गलत है. व्यक्ति के चश्मा लगाने से उसकी आंखों का नंबर स्टेबल रहता है. यदि ऐसा न किया जाए तो आखों पर स्ट्रेन पड़ता है और नंबर बढ़ने की बहुत ज्यादा संभावनाएं हैं.
बाहर से घर पहुंचने के बाद जरूर धोए आंखें
बाहर से घर आने के बाद आंखों को जरूर धोना चाहिए. इससे आंखों में जाने वाले एलेजरेंट, पॉलेन और धूल मिट्टी से बचा जा सकता है. इसके अलावा भी दिन में एक से दो बार आंखों को ठंडे पानी से धोना चाहिए. आंखों की रोशनी को ठीक रखने में हरी सब्जियों की बहुत बड़ी भूमिका है. आंखों को सेहतमंद रखने के लिए हरी सब्जी का सेवन करना बहुत जरूरी है. हरी सब्जी में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो आंखों की रोशनी के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं.
स्रोत: news18