मैहर में नवरात्रि का मेला शुरू:
आस्था और भक्ति का पर्व
शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर मां शारदा धाम, मैहर में नवरात्रि का भव्य मेला प्रारंभ हो गया है। पहले ही दिन से देशभर से श्रद्धालुओं का सैलाब त्रिकूट पर्वत पर स्थित इस प्राचीन शक्तिपीठ में उमड़ पड़ा है। भक्तजन मां शारदा के दर्शन के लिए रात से ही लंबी कतारों में खड़े होकर दर्शन का लाभ ले रहे हैं।
600 जवानों की सुरक्षा व्यवस्था
लगभग 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने संपूर्ण मेला क्षेत्र को सख्त सुरक्षा घेरे में लिया है। करीब 600 पुलिस जवान और प्रशासनिक अधिकारी 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात हैं, ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम दर्शन मिल सके।
त्रिकूट पर्वत पर पहुंचने का मार्ग
मां शारदा मंदिर त्रिकूट पर्वत की लगभग 600 फीट ऊंचाई पर स्थित है। भक्तजन यहां तक पहुंचने के लिए 1063 सीढ़ियां चढ़ते हैं या फिर रोपवे का सहारा लेते हैं। यह धाम देश के 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहां मां सती का हार गिरा था। इसी कारण इसे ‘माई का हार’ से संक्षिप्त कर मैहर कहा जाता है।
ऐतिहासिक और रहस्यमयी आस्था
मान्यता है कि महोबा के वीर योद्धा आल्हा और उदल मां शारदा के परम भक्त थे। स्थानीय किंवदंती के अनुसार, आज भी रात में मंदिर के पट बंद होने के बाद प्रातःकाल प्रतिमा पर ताजे फूल और अक्षत चढ़े मिलते हैं। श्रद्धालुओं का विश्वास है कि अदृश्य रूप में आल्हा-उदल ही मां की प्रथम आराधना करते हैं।
नवरात्रि के इन नौ दिनों में मैहर का यह मेला भक्ति, सुरक्षा और रहस्यमयी आस्था का अद्भुत संगम बनकर लाखों भक्तों को आकर्षित कर रहा है।