वैज्ञानिकों ने ढूंढ निकाला धरती जैसा वो ग्रह, जहां फल-फूल सकता है जीवन; पृथ्वी से कितनी दूर?

वैज्ञानिकों ने ढूंढ निकाला धरती जैसा वो ग्रह, जहां फल-फूल सकता है जीवन; पृथ्वी से कितनी दूर?

वैज्ञानिकों ने ढूंढ निकाला धरती जैसा वो ग्रह, जहां फल-फूल सकता है जीवन; पृथ्वी से कितनी दूर?

Alien Life Hunting: हाल ही में वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से लगभग 40 प्रकाश वर्ष दूर एक नए ग्रह की खोज की है. इसकी जानकारी रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी के मंथली जर्नल में छपी थी. अबतक के खोजे गए रहने योग्य एक्सोप्लैनेट में यह धरती से सबसे करीब है. यह आकार और वायुमंडल के मामले में हमारे पृथ्वी की तरह है, अनुमान है कि इस पर जीवन संभव हो सकता है. यहां का तापमान ऐसा है कि पानी इसके सतह पर लिक्विड अवस्था में रह सकता है. इस ग्रह का नाम ग्लिशे 12-बी (Gliese 12-B) रखा गया है. इसकी खोज नासा की इंटरनेशन टीम ने ट्रांजिटिंग एक्सोप्लेनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) की मदद से की गई थी.

इस नए जीवन योग्य नए ग्रह ग्लिशे 12-बी की खोज में यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन का बड़ा योगदान है. इस खोज की हिस्सा रहीं लारिसा पेलेथोरपे ने कहा, ‘यह काफी दिलचस्प है कि यह पृथ्वी से काफी करीबी ट्रांजिटिंग ग्रह है. यह अपने स्टार/ सूर्य का रहने वाले क्षेत्र में हो सकता है या फिर रहने के लिए विकसित हो रहा होगा.’

लाल बौने तारे की परिक्रमा
पृथ्वी की तुलना में यह थोड़ा छोटा है. यह एक लाल और बौने तारे की परिक्रमा करते हुए वैज्ञानिकों को मिला है. इसकी अपने मुख्य तारे से दूरी पृथ्वी और सूर्य के बीच के दूरी का 7% है फिर भी यह रहने योग्य हो सकता है. इसके जीवन वाले भाग को ‘गोल्डीलॉक्स जोन’ के नाम से जाना जाता है. यहां पर किसी भी तरल पदार्थ के लिए यह न तो ज्यादा ठंडा है और ना ही ज्यादा गर्म है, जो कि जीवन के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है.

खासियत-
शुक्र और पृथ्वी के बीच वाले भाग में मिले इस ग्रह को इनकी संतान भी बताया जा रहा है क्योंकि इसमें दोनों ग्रह के साथ समनाताएं हैं. वैज्ञानिकों ने कहा कि यह अपने तारे से 1.6 गुना गर्मी प्राप्त करता है, फिर भी यह पृथ्वी से मात्र 50 डिग्री फारेनहाइट अधिक गर्म है.

इस ग्रह की खोजकर्ता ने क्या कहा
पैलेथोरपे ने कहा, ‘ इसका आकार पृथ्वी के समान होना एक सुखद था. इसलिए इसे हमाकरे द्वारा खोजे जाना वास्तव में एक अच्छी बात थी, लेकिन मुझे, विशेष रूप से यह जानने में दिलचस्पी है कि क्या इस पर जीवन संभव हो सकता है? पृथ्वी और शुक्र ग्रह के बीच इसे पाया जाना और भी दिलचस्प है.’

स्रोत: news18