मेक्सिको में मचा हड़कंप, H5N2 बर्ड फ्लू से पहली बार इंसान की मौत

मेक्सिको में मचा हड़कंप, H5N2 बर्ड फ्लू से पहली बार इंसान की मौत

मेक्सिको में मचा हड़कंप, H5N2 बर्ड फ्लू से पहली बार इंसान की मौत

मेक्सिको में 59 वर्षीय व्यक्ति की बर्ड फ्लू के सब-वेरिएंट से संक्रमण से मृत्यु हुई है। इसे H5N2 स्ट्रेन से किसी मनुष्य को संक्रमित होने का पहला ज्ञात मामला माना जा रहा है। 1996 से H5N1 नामक एक अन्य स्ट्रेन के लगभग 900 मानव मामले सामने आए हैं, जिनमें से आधे से अधिक संक्रमितों की मौत हो चुकी है।

मेक्सिको सिटी: मेक्सिको में पहली बार 59 वर्षीय व्यक्ति की बर्ड फ्लू के सब वेरिएंट से संक्रमण के बाद मृत्यु हुई है। यह H5N2 स्ट्रेन द्वारा किसी मनुष्य को संक्रमित करने का पहला ज्ञात मामला है। 1996 से H5N1 नामक एक अन्य स्ट्रेन के लगभग 900 मानव मामले सामने आए हैं और संक्रमित हुए लगभग आधे लोगों की मृत्यु हो गई थी। WHO ने स्पष्ट किया है कि H5 एवियन फ्लू के अन्य सबवेरिएंट तेजी से फैल रहे हैं, हालांकि इससे इंसानों के संक्रमित होने की खबर दुर्लभ है।

मरने वाले रोगी में क्या-क्या लक्षण थे?

रिपोर्ट के अनुसार, विशेषज्ञों का कहना है कि व्यापक जनता के लिए कोई खतरा नहीं है और 59 वर्षीय व्यक्ति के किसी करीबी को इस वायरस का संक्रमण नहीं हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को कहा कि अप्रैल में मरने वाले रोगी को बुखार, सांस लेने में तकलीफ, दस्त, मतली और सामान्य बेचैनी के बाद मेक्सिको सिटी में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

बर्ड फ्लू से संक्रमित हैं मेक्सिको की पोल्ट्री

डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा, “हालांकि इस मामले में वायरस के संपर्क का स्रोत वर्तमान में अज्ञात है, लेकिन मेक्सिको में पोल्ट्री में ए (एच5एन2) वायरस की रिपोर्ट की गई है।” जबकि एच5एन1 और एच5एन2 दोनों ही फार्म पक्षियों के साथ-साथ जंगली पक्षियों को भी प्रभावित करते हैं, मेक्सिको में रोगी को फ़्लू से औपचारिक रूप से निदान किए जाने से पहले पोल्ट्री या अन्य जानवरों के संपर्क में आने का कोई पता नहीं था। लेकिन संक्रमण से पहले वह अन्य स्वास्थ्य कारणों से हफ़्तों तक बिस्तर पर पड़ा रहा था।

डब्लूएचओ ने दी चेतावनी

डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा, “इन्फ्लूएंजा वायरस की लगातार विकसित होती प्रकृति के कारण, डब्ल्यूएचओ वैश्विक निगरानी के महत्व पर जोर देना जारी रखे हुए है।” उन्होंने कहा कि आम आबादी के लिए वर्तमान जोखिम ‘कम’ है। “यह मामला सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों और इन्फ्लूएंजा की निगरानी पर डब्ल्यूएचओ की वर्तमान सिफारिशों को नहीं बदलता है।” शोधकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि यह मामला अमेरिका में एच5एन1 के प्रकोप से संबंधित नहीं है।

स्रोत: नवभारतटाइम्स