मार्ग्रेट शीन ने अपनी सजीव जिंदा शिशुओं की तरह नजर आने वाली गुड़िया के बारे में गलत धारणाओं को दूर करने की कोशिश कर रही हैं. भले ही उन्हें ऑनलाइन ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा हो, उनका कहना है कि वे लोगों की आपकी उम्मीद से कहीं अधिक मदद कर सकती हैं
अगर आपको गुड़िया यानी डॉल्स अच्छी नहीं लगती हैं, तो आपको मार्गरेट शीन के बारे में जरूर जानना चाहिए. जहां फिल्मों में लंबे समय से गुड़िया जैसे खिलौनों को डराने के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है,. आज भी कई बच्चों के लिए खेलने वाली गुड़िया अहम है. लेकिन मार्गरेट शीन अपनी अनोखी डॉल्स से दुनिया में लोगों के गुड़िया के बारे में विचारों को बदलना चाहती हैं. उनके मुताबिक उनकी डॉल्स खिलौना नहीं हैं, वे हूबहू जिंदा बच्चों की तरह दिखती हैं. उन्हें छूने से इंसानी बच्चे को छूने का अहसास होता है.
मार्गरेट का काम खास तौर पर उन महिलाओं के लिए काफी मददगार हुआ है जिन्होंने अपना बच्चा पैदा होने से पहले ही खो दिया है. वे इन्हीं रीबॉर्न यानी “फिर से पैदा होने वाली” कहती हैं. हाथ से बनी ये डॉल के शरीर का बाल नजाकत उनकी त्वचा में डाला जाता है. मिरर के मुताबिक दो बार उन्होंने अपने होने वाला बच्चा खोया, तब उन्होंने एक डॉल खरीदने का सोचा. लेकिन उन्हें ऐसी कोई डॉल ही नहीं मिली जो उनके और उनके पति दोनों ही की तरह दिख सके. यहां से उन्होंने पहले खुद के लिए एक डॉल बनाई.
जब मार्गरेट ने अपनी डॉल की तस्वीर सोशल मीडिया पर सेयर की तो कुछ लोगों ने उसे (या वैसी ही डॉल) खरीदने में रुचि दिखाई. इसके बाद से बीते नवंबर से असली डॉल्स को बना कर बेचने लगी हैं. वे अब तक 16 द्वीनस्लीय डॉल बना कर बेच चुकी हैं और एक डॉल बनाने में एक से तीन महीने लगते हैं. उन्हें डॉल के शरीर में बाल सुई से डालने में 40 घंटों का समय लगता है.
ऐसा नहीं है कि मार्गरेट को लोग ट्रोल नहीं करते. वे खासी ट्रोल हुईं. उनकी डॉल्स को लोगों ने भद्दी करार दिया और उन्हें मानसिक तौर पर बीमार भी कहा, उन्होंने यह सब छोड़ने के बारे में भी विचार किया, लेकिन फिर उन्हें उन लोगों का ध्यान आया जिन्हें उनकी डॉल्स की वजह से राहत मिली है. उनके लिए डॉल ने एक थेरेपी की तरह काम किया है. उनके संदेशों को याद करने बाद मार्गरेट ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. अब डॉलर थेरेपी से कई महिलाओं को अपने दुख से बाहर आने में मदद मिलती है, जब वे असली गुड़ियाओं से बात करती हैं उन्हें महसूस करती हैं.
स्रोतः न्यूज 18