अगर आप रोज़ाना अपने खानपान में पर्याप्त फाइबर (Fiber) शामिल नहीं कर रहे हैं, तो सावधान हो जाइए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, एक वयस्क व्यक्ति को प्रतिदिन कम से कम 25 ग्राम फाइबर का सेवन करना चाहिए।
फाइबर शरीर की पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है, ब्लड शुगर को नियंत्रित रखता है और दिल की बीमारियों से भी बचाव करता है।
🔹 फाइबर के 7 बड़े हेल्थ बेनिफिट्स
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पाचन में सुधार: फाइबर आंतों की सफाई कर कब्ज से राहत देता है।
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ब्लड शुगर कंट्रोल: यह ग्लूकोज़ के अवशोषण को धीमा करता है, जिससे डायबिटीज़ नियंत्रित रहती है।
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दिल की सेहत: फाइबर कोलेस्ट्रॉल को घटाता है और हृदय रोगों का खतरा कम करता है।
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वजन नियंत्रण: फाइबर से पेट लंबे समय तक भरा रहता है, जिससे ओवरईटिंग नहीं होती।
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इम्यून सिस्टम मज़बूत: आंतों की सेहत बेहतर रखने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
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कैंसर से बचाव: कुछ शोध बताते हैं कि फाइबर रिच डाइट से कोलन कैंसर का रिस्क घटता है।
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त्वचा पर असर: फाइबर टॉक्सिन बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे स्किन हेल्दी रहती है।
🥦 इन 15 सब्जियों और खाद्य पदार्थों में फाइबर सबसे ज़्यादा होता है:
पालक, ब्रोकोली, फूलगोभी, मटर, शिमला मिर्च, लौकी, तोरई, गाजर, चना, राजमा, मसूर दाल, सेब, नाशपाती, ओट्स और साबुत अनाज।
⚠️ किसे फाइबर कम मात्रा में लेना चाहिए?
डॉक्टर्स के अनुसार,
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जिन लोगों को इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS),
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क्रॉनिक डायरिया, या
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पाचन से जुड़ी कमजोरी है,
उन्हें फाइबर सीमित मात्रा में लेना चाहिए।
इसके अलावा, फाइबर के साथ पर्याप्त पानी पीना ज़रूरी है, वरना यह उल्टा असर डाल सकता है।
🩺 डॉक्टर की सलाह:
दिल्ली के न्यूट्रिशन एक्सपर्ट डॉ. नेहा अरोड़ा कहती हैं —
“फाइबर प्राकृतिक रूप में फल, सब्जियों और अनाज से लें। सप्लीमेंट्स पर निर्भर न रहें।
यदि आपका पाचन कमजोर है, तो धीरे-धीरे फाइबर की मात्रा बढ़ाएं।”














