एमपी ट्रैवल मार्ट 2025 : 6 साल बाद लौटा मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा ट्रैवल इवेंट – बनेगा ग्लोबल टूरिज़्म हब
भोपाल | 11 अक्टूबर 2025 — मध्यप्रदेश पर्यटन को एक नई दिशा देने वाला आयोजन एमपी ट्रैवल मार्ट (MP Travel Mart 2025) आज से भोपाल में शुरू हो गया। 6 साल बाद यह आयोजन फिर से हो रहा है, जिससे न केवल राज्य के पर्यटन क्षेत्र को गति मिलेगी, बल्कि स्थानीय रोजगार और निवेश के नए रास्ते भी खुलेंगे।
इस तीन दिवसीय आयोजन का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर, भोपाल में किया। कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित पर्यटन और निवेश क्षेत्र के कई दिग्गज मौजूद रहे।
27 देशों के प्रतिनिधि और 700 से ज्यादा प्रतिभागी
इस वर्ष के एमपी ट्रैवल मार्ट में 27 देशों के विदेशी टूर ऑपरेटरों के साथ-साथ 150 घरेलू टूर ऑपरेटर, 355 विक्रेता (सेलर्स) और होम-स्टे संचालक शामिल हुए हैं।
करीब 700 से अधिक प्रतिभागी पर्यटन, मीडिया, होटल और फिल्म उद्योग से जुड़े हैं।
आयोजन का संचालन मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड (Madhya Pradesh Tourism Board) और फिक्की (FICCI) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
🎯मुख्य आकर्षण और उद्देश्य:
- 3,000 से अधिक B2B मीटिंग्स – जहां होटल, होम-स्टे और ट्रैवल एजेंसी संचालक विदेशी निवेशकों से सीधा संवाद करेंगे।
- फोकस सेक्टर: फिल्म टूरिज्म, वेडिंग टूरिज्म, ईको टूरिज्म, ग्रामीण अनुभव पर्यटन और सांस्कृतिक पर्यटन।
- मध्यप्रदेश को “The Heart of Incredible India” के रूप में ब्रांड किया जा रहा है।
- आयोजन का मुख्य उद्देश्य: मध्यप्रदेश को एक वैश्विक पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करना।
एमपी ट्रैवल मार्ट 2025 से क्या बदलेगा? : यह आयोजन न सिर्फ पर्यटन कारोबार बढ़ाएगा, बल्कि राज्य की अवसंरचना, रोजगार, निवेश और ब्रांड वैल्यू को भी मजबूत करेगा।
इससे लाभ मिलेगा:
- स्थानीय होम-स्टे, होटल और रेस्टोरेंट संचालकों को
- हस्तशिल्प और ग्रामीण कला उद्योग को
- महिला एवं युवा उद्यमियों को
- मध्यप्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों जैसे खजुराहो, मांडू, पचमढ़ी, भीमबेटका और ओरछा को नई पहचान मिलेगी।
पर्यटन को मिलेगी वैश्विक पहचान
मध्यप्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और आतिथ्य परंपरा इस आयोजन के केंद्र में हैं।
एमपी ट्रैवल मार्ट 2025 से राज्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने की पूरी संभावना है।
यह आयोजन एक बार फिर साबित कर रहा है कि मध्यप्रदेश न केवल भारत का “दिल” है, बल्कि यह “भारत का अगला टूरिज़्म पावर हब” बनने की राह पर है।
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