भारत ने न्यूयॉर्क में बांग्लादेश के खिलाफ अपना वार्मअप मैच खेला था। आयरलैंड के खिलाफ अपना पहला ग्रुप मैच भी भारत ने इसी मैदान पर खेला था। इस पिच पर खेलना काफी मुश्किल हो रहा है। पाकिस्तान के मैच से पहले रोहित ने हालांकि अपनी टीम को एक पुरानी जीत याद दिलाई है और कहा है कि उसी के दम पर टीम पाकिस्तान के खिलाफ इस मैदान पर उतरेगी।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के जिस मैच का इंतजार सबको था वो मैच रविवार को खेला जाना है। इस मैच पर पूरी दुनिया की नजरें हैं। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा भी जानते हैं कि इस मैच की क्या अहमियत है। ये मैच न्यूयॉर्क के नसाउ इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाना है और इस मैदान की पिच को लेकर काफी विवाद रहा है। ये ड्रॉप इन पिच है जहां पर उछाल असिमित है।
भारत ने इसी मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ अपना वार्मअप मैच खेला था। आयरलैंड के खिलाफ अपना पहला ग्रुप मैच भी भारत ने इसी मैदान पर खेला था। इस पिच पर खेलना काफी मुश्किल हो रहा है। पाकिस्तान के मैच से पहले रोहित ने हालांकि अपनी टीम को एक पुरानी जीत याद दिलाई है और कहा है कि उसी के दम पर टीम पाकिस्तान के खिलाफ इस मैदान पर उतरेगी।
गाबा से लेनी होगी प्ररेणा
पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले रोहित ने कहा है कि पिच से निपटने के लिए टीम को वही मानसिक शक्ति दिखानी होगी जो उसने साल 2021 में गाबा में दिखाई थी और ऑस्ट्रेलिया के किले को भेद टेस्ट सीरीज जीत इतिहास रचा था। रोहित ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया में खेलते हुए कई उदाहरण देखें हैं। हम गाबा में टेस्ट मैच इसलिए जीते क्योंकि वहां हमने मानसिक मजबूत दिखाई थी। गाबा में उस पिच पर हम आखिरी दिन जब बल्लेबाजी कर रहे थे, हमने देखा था कि पिच पर उछाल असिमित है।”
उन्होंने कहा,”हमारे कई बल्लेबाजों को उंगली, सीने में चोटें लगी थीं। इंटरनेशनल क्रिकेट पर अगर आपको सफल होना है तो इस तरह की बाधाओं को पार करना होता है। हर बार ये आसान नहीं होता। ये वो पल होते हैं जब आप अपने आप को निजी तौर पर इसमें झोंकते हो और अपनी परीक्षा लेने की कोशिश करते हो।”
खिलाड़ियों पर जताया भरोसा
रोहित ने अपने खिलाड़ियों पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा, “इसलिए मुझे लगता है कि जो भी खिलाड़ी खेल रहे हैं। वह सभी मुश्किल स्थितियों में होना चाहते हैं और वह इस तरह के पल का इंतजार करते हैं। ये वर्ल्ड कप है। इसलिए इससे बड़ा कुछ नहीं हो सकता। आप वर्ल्ड कप में अपने देश के लिए खेलते हैं। जो चोटें आप अपने सिर, उंगलियों, कंधों पर खाते हो वो सेकेंडरी होते हैं। आपको टीम को पहले रखना होता है।”
स्रोत: जागरण