नई दिल्ली।
आज के समय में इनफर्टिलिटी (Infertility) यानी प्रजनन क्षमता में कमी का मामला तेजी से बढ़ रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक, यह समस्या अब केवल महिलाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि पुरुषों में भी समान रूप से देखने को मिल रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि तनाव (Stress), धूम्रपान (Smoking), अनियमित दिनचर्या, और असंतुलित आहार फर्टिलिटी को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक हैं। इसके अलावा, देर से शादी, अत्यधिक काम का दबाव और नींद की कमी भी इस समस्या को बढ़ा रहे हैं।
🔹 महिलाओं में इनफर्टिलिटी के प्रमुख संकेत:
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मासिक चक्र (Periods) में अनियमितता या रुक जाना
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अत्यधिक या बहुत कम रक्तस्राव
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हार्मोनल असंतुलन, चेहरे या शरीर पर बाल बढ़ना
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वजन का अचानक बढ़ना या घटना
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लंबे समय तक गर्भधारण न होना
🔹 पुरुषों में इनफर्टिलिटी के संकेत:
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शुक्राणुओं की संख्या में कमी या उनकी गुणवत्ता में गिरावट
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यौन इच्छा (Libido) में कमी
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इरेक्शन से जुड़ी समस्या
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बार-बार थकान या हार्मोनल असंतुलन के लक्षण
🔹 डॉक्टर की राय:
दिल्ली के प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. श्वेता मेहरा बताती हैं कि —
“आजकल युवा जोड़े करियर और तनाव के कारण अपनी सेहत की अनदेखी कर रहे हैं।
अगर शादी के बाद एक साल तक नियमित संबंधों के बावजूद गर्भधारण नहीं होता, तो डॉक्टर से तुरंत परामर्श लेना चाहिए।”
डॉ. मेहरा का कहना है कि संतुलित आहार, योग, पर्याप्त नींद, और स्मोकिंग से परहेज जैसी छोटी जीवनशैली सुधारों से फर्टिलिटी में काफी सुधार किया जा सकता है।
🔹 रोकथाम और उपचार:
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हेल्दी डाइट और नियमित व्यायाम अपनाएं
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शराब और सिगरेट से दूरी बनाएं
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तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन करें
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समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराते रहें
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डॉक्टर की सलाह के अनुसार उपचार या फर्टिलिटी टेस्ट करवाएं














