Russia-Ukraine War : यूक्रेन से जंग में प्रवासी नागरिकों की बलि चढ़ा रहा रूस! 10 हजार लोगों को सेना में किया भर्ती

Russia-Ukraine War : यूक्रेन से जंग में प्रवासी नागरिकों की बलि चढ़ा रहा रूस! 10 हजार लोगों को सेना में किया भर्ती

Russia-Ukraine War : यूक्रेन से जंग में प्रवासी नागरिकों की बलि चढ़ा रहा रूस! 10 हजार लोगों को सेना में किया भर्ती

Russia-Ukraine War : मजदूरों की कमी का सामना कर रहे रूस ने हाल के वर्षों में उनके लिए रूसी नागरिकता प्राप्त करना आसान बना दिया है.

Russia-Ukraine War : रूस-यूक्रेन के बीच करीब 2 साल से जारी युद्ध अभी किसी निर्णायक स्थिति पर नहीं पहुंचा है. इस युद्ध में दोनों देशों के कई स्थानीय नागरिक और सेना के जवान अपनी जान गंवा चुके हैं. रूस फिलहाल युद्ध खत्म करने के मूड में नहीं है, क्योंकि उसने अब अपने नागरिकों को सेना में भर्ती करने की कवायद शुरू कर दी है. रूस एक परमाणु शक्ति देश है, जबकि यूक्रेन कमजोर देश होने के बावजूद पिछले दो वर्षों से रूस की सेना का सामना कर रहा है. रूस के एक सीनियर ऑफिसर ने गुरुवार को कहा कि रूस ने लगभग 10,000 आम नागरिकों को यूक्रेन में लड़ने के लिए भेजा है, हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने सेना में भर्ती होने की बजाए देश छोड़ने का ऑप्शन चुना है. आपको बता दें कि रूप पर ऐसे भी आरोप लगे हैं कि यूक्रेन से लड़ने के लिए उसने बड़ी संख्या में भर्ती अभियान चलाया है, जिसमें मध्य एशियाई प्रवासियों पर अपने रूसी सेना में शामिल होने के लिए दबाव डाला जा रहा है.

10 हजार आम नागरिकों को जंग में भेजा

रूस की जांच समिति के प्रमुख अलेक्जेंडर बैस्ट्रीकिन ने कहा कि रूस उन प्रवासियों पर कार्रवाई कर रहा है, जिन्होंने रूसी नागरिकता प्राप्त कर ली है, लेकिन सैन्य अधिकारियों के साथ रजिस्ट्रेशन नहीं करा रहे हैं. उन्होंने उन लोगों के डेटाबेस का जिक्र करते हुए कहा, ‘हमने 30,000 से अधिक लोगों को पकड़ा है, जिन्होंने नागरिकता प्राप्त की थी, लेकिन सैन्य सेवा के लिए पंजीकरण नहीं कराना चाहते थे और उन्हें सूची में डाल दिया.’ यूक्रेन अभियान के लिए रूस की आधिकारिक भाषा का उपयोग करते हुए उन्होंने कहा, ‘पहले से ही लगभग 10000 आम नागरिकों को स्पेशल आर्मी मिशन के क्षेत्र में भेजा जा चुका है.’

नागरिकता के साथ सेना में रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य

लाखों प्रवासी वर्कर्स में से ज्यादातर मध्य एशिया को लोग रूस में रहते हैं, जिनमें से कई कम वेतन वाली नौकरियां करते हैं और अपने घर वापस परिवारों को अपना वेतन भेजने के लिए खराब परिस्थितियों में रहते हैं. मजदूरों की कमी का सामना कर रहे रूस ने हाल के वर्षों में उनके लिए रूसी नागरिकता प्राप्त करना आसान बना दिया है. रूसी नागरिकता कई लोगों के लिए एक आकर्षक प्रस्ताव है क्योंकि यह देश में रहने और काम करने से जुड़ी नौकरशाही को काफी हद तक कम कर देती है. लेकिन यह प्रवासियों को सैन्य अधिकारियों के साथ रजिस्ट्रेशन कराने और बुलाए जाने पर सेना में सेवा करने के लिए भी बाध्य करता है. बैस्ट्रीकिन ने कहा कि निरीक्षण की तीव्रता के बीच कुछ लोगों ने ‘धीरे-धीरे देश छोड़ना’ शुरू कर दिया है. मार्च में मॉस्को शहर के कॉन्सर्ट हॉल पर हुए आतंकी हमले में 140 से अधिक लोगों की मौत के बाद रूस में भी प्रवासी विरोधी रवैया जोरों पर है.

स्रोत: इंडिया न्यूज़